नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रियो द जनेरियो में ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद अब ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया पहुँच गए हैं। एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। ब्राजील के लोग पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ उनका अभिनंदन कर रहे थे। जब पीएम मोदी अपने होटल पहुँचे तो भारतीय मूल के लोग भी उनका गर्मजोशी से स्वागत करने पहुँचे।
होटल में भारतीयों और ब्राजीलियनों ने किया स्वागत
- भारतीय समुदाय के लोगों ने पारंपरिक भारतीय नृत्य करके उनका स्वागत किया।
- वहीं, स्थानीय ब्राजील के लोगों ने संस्कृत के मंत्र पढ़कर उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया।
At Brasilia airport, the Batala Mundo band played some wonderful compositions. Theirs is a global effort to promote Afro-Brazilian percussion, in particular the Samba-Reggae from Salvador da Bahia, Brazil. pic.twitter.com/Pp1RjqBFwg
— Narendra Modi (@narendramodi) July 7, 2025
राष्ट्रपति लूला से होगी खास मुलाकात
- ब्रासीलिया में पीएम मोदी, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला से मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर बातचीत होने की उम्मीद है।
बोलीविया के राष्ट्रपति से हुई ‘सार्थक बैठक’
पीएम मोदी ने इससे पहले बोलीविया के राष्ट्रपति लुइस अल्बर्टो आर्से कैटाकोरा से भी मुलाकात की। उन्होंने बोलीविया को लैटिन अमेरिका में भारत का अहम दोस्त बताया। बैठक में दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत करने पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि व्यापार, डिजिटल तकनीक, खनिज, स्वास्थ्य सेवाएँ, अंतरिक्ष और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर बातचीत हुई। विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों ने खासकर महत्वपूर्ण खनिज, व्यापार, पारंपरिक चिकित्सा, छोटे और मझोले उद्योग, प्रशिक्षण और क्षमता विकास जैसे विषयों पर विचार किया।
उरुग्वे के राष्ट्रपति से भी की बातचीत
ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने उरुग्वे के राष्ट्रपति यामांडू ओरसी से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि भारत और उरुग्वे के रिश्ते वैश्विक दक्षिण (Global South) के लिए बहुत अहम हैं। दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग को और मज़बूत करने के लिए कई क्षेत्रों में बातचीत की।
- व्यापार
- रसायन
- औषधि
- तकनीक
- रक्षा
विदेश मंत्रालय के अनुसार, मोदी और ओरसी ने इन विषयों पर खास ध्यान दिया
- डिजिटल सहयोग और सार्वजनिक डिजिटल ढाँचा
- UPI (डिजिटल पेमेंट)
- रक्षा
- रेलवे
- स्वास्थ्य
- कृषि
- ऊर्जा
- संस्कृति
- दोनों देशों की जनता के बीच आपसी जुड़ाव