
Haryana के Hisar में DJ विवाद ने पकड़ा तूल, नया Video वायरल – दलित युवक की मौत और Police पर लाठीचार्ज व छत से गिराने के आरोप
हरियाणा के हिसार जिले के ढाणी किशन दत्त गांव में DJ बंद कराने को लेकर शुरू हुआ विवाद अब राजनीतिक और सामाजिक रूप लेता नजर आ रहा है। अब इस मामले में एक नया Video सामने आया है, जिसमें पुलिस एक युवक पर लाठियां बरसाती दिख रही है, और उसके परिवार की लड़की उसे बचाने की कोशिश करती है, लेकिन पुलिस उसे धक्का देकर पीछे कर देती है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
हालांकि पुलिस ने इस वीडियो की अब तक official confirmation नहीं की है, लेकिन यह मामला दलित समुदाय की नाराजगी का कारण बन चुका है। Ganesh (16) की मौत और Akash के घायल होने के बाद स्थानीय लोग Police Brutality का आरोप लगा रहे हैं।
मामला कैसे शुरू हुआ?
यह पूरा मामला सोमवार रात का है। Birthday Party के दौरान लाउड DJ बज रहा था, जिस पर शिकायत मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के अनुसार, जब उन्होंने DJ बंद करवाने की कोशिश की तो वहां मौजूद लोगों ने stone pelting शुरू कर दी।
पुलिस के मुताबिक, उन्हें Self-Defense में बल प्रयोग करना पड़ा। वहीं, स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने जबरन घर में घुसकर लाठीचार्ज किया और ऊपर छत पर चढ़कर लड़कों को मारा, जिससे दो युवक गिर पड़े।
Ganesh की मौत और Akash की जुबानी पूरी घटना
इस घटना में Ganesh (16) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि Akash गंभीर रूप से घायल हुआ। अस्पताल में भर्ती Akash ने पुलिस को दिए बयान में कहा:
“Police को छत पर आता देख हम डर गए और सोचा कि पकड़ में न आएं, इसलिए दीवार से कूद जाएं। पहले गणेश कूदा, फिर मैं। लेकिन दीवार दो मंजिला थी और हमें अंदाजा नहीं था। हम दोनों गली में गिर पड़े। मुझे होश नहीं रहा।”
MLR रिपोर्ट में भी डॉक्टर ने लिखा है कि घायल Akash ने बताया है कि वह खुद छत से कूदा था।
Social Media पर वायरल हुआ नया Video
इस पूरे मामले ने तब और तूल पकड़ा जब मंगलवार को एक viral video सामने आया, जिसमें एक युवक पर पुलिस बेरहमी से लाठीचार्ज करती दिख रही है। लड़की उसे बचाने की कोशिश करती है, लेकिन पुलिस उसे धक्का देकर दूर कर देती है।
वीडियो के आने के बाद Social Media पर Police Brutality को लेकर जबरदस्त नाराजगी देखी जा रही है, खासकर दलित समुदाय में।
Dalit Samaj ने आज यानी बुधवार को सामूहिक बैठक बुलाकर फैसला लेने का ऐलान किया है कि क्या उन्हें सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना चाहिए या न्यायिक कार्रवाई का सहारा लेना चाहिए।
Police का पक्ष और घायल SI के बयान
Sub Inspector (SI) Vinod Kumar, जो इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए, उन्होंने बताया कि वे गश्त पर थे, तभी उन्हें DJ की सूचना मिली। जब वह मौके पर पहुंचे और DJ बंद करवाने की कोशिश की, तो शुभम उर्फ काकू, शिवा उर्फ घोड़ा और 15-20 अन्य लोगों ने बहस, पथराव और गंडासी जैसे हथियारों से हमला कर दिया।
उनके बयान के आधार पर पुलिस ने IPC की कई धाराओं में शुभम, शिवा सहित 15-20 लोगों पर केस दर्ज किया है, जिनमें –
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सरकारी कार्य में बाधा डालना,
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जानलेवा हमला,
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पथराव व मारपीट,
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और पुलिसकर्मियों को घायल करना शामिल है।
SI Vinod और ASI Mahender दोनों अस्पताल में भर्ती हैं और अभी भी उपचाराधीन हैं।
मामले की जांच और राजनीतिक दबाव
वहीं इस विवाद में सीनियर पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर, दलित समाज का गुस्सा पुलिस की कार्रवाई को लेकर लगातार बढ़ रहा है।
विपक्षी पार्टियों ने भी घटना को लेकर सवाल उठाए हैं और कहा है कि “पुलिस का दलितों के खिलाफ रवैया असंवेदनशील और बर्बर है।” कई संगठनों ने CBI जांच की मांग की है।
क्या कहता है कानून?
Law experts का कहना है कि यदि Video में जो दिख रहा है वह प्रमाणित होता है, तो यह Section 302 (हत्या), 307 (हत्या की कोशिश), 354 (महिला से दुर्व्यवहार) जैसी गंभीर धाराओं के तहत केस बन सकता है।
हालांकि, पुलिस अब तक अपनी बात पर कायम है कि बल प्रयोग सिर्फ Self-Defense में किया गया और छत से गिरने की घटना स्वैच्छिक छलांग का नतीजा है।
निष्कर्ष (Conclusion):
Hisar DJ विवाद अब एक कानून व्यवस्था बनाम मानवाधिकार का मामला बनता जा रहा है। Social Media पर वायरल वीडियो, एक युवक की मौत, और पुलिस की साख — तीनों पर अब सवाल खड़े हो चुके हैं।
इस केस में Justice, Transparency और Accountability की मांग हर तरफ से उठ रही है। दलित समाज की प्रतिक्रिया, पुलिस जांच की निष्पक्षता और प्रशासन का रुख आने वाले दिनों में तय करेगा कि ये मामला सामान्य घटना रहेगा या सामाजिक आंदोलन में तब्दील होगा।