
Punjab के एक शांत इलाके में आज सुबह का वक्त जैसे ही चाय-नाश्ते की तैयारी के लिए शुरू हुआ था, तभी State Bank उड़मुड़ मोड़ के पास एक तेज़ रफ्तार Innova Car ने अचानक क्रॉकरी की दुकान में घुसकर हड़कंप मचा दिया।
हादसे के वक्त दुकानदार और उसका परिवार दुकान के अंदर सो रहे थे, लेकिन सौभाग्यवश किसी की जान नहीं गई। इस हादसे में दुकान का सारा सामान क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन परिवार बाल-बाल बच गया।
घटना सुबह 8:25 बजे की है, जब पूरा परिवार अभी नींद में ही था।
📍 हादसे की जगह और वक्त
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स्थान: स्टेट बैंक, उड़मुड़ मोड़, पंजाब
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समय: सुबह 8:25 बजे
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प्रभावित स्थान: क्रॉकरी की अस्थाई दुकान
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वाहन: तेज़ रफ्तार Innova कार
😱 क्या हुआ उस सुबह?
कमल पुत्र मोहन, जो मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं, ने बताया कि वह बाबा बूटा भगत जी मेले के दौरान क्रॉकरी की दुकान लगाने पंजाब आए हैं।
कुछ दिनों में उन्हें अगले मेले के लिए निकलना था, इसलिए वे दुकान के अंदर अपने परिवार के साथ सो रहे थे।
कमल ने बताया:
“अचानक बहुत ज़ोर की आवाज़ आई, मेरी आंख खुली तो देखा कि एक बड़ी गाड़ी दुकान में घुस आई है, सारा सामान बिखर चुका था, पर शुक्र है कि हम सब सुरक्षित हैं।”
🚗 कार ड्राइवर और पुलिस की कार्रवाई
तेज़ आवाज़ सुनकर स्थानीय लोग और पड़ोसी दुकानदार मौके पर दौड़ आए। चूंकि पुलिस थाना पास ही था, इसलिए कुछ ही मिनटों में पुलिस टीम पहुंच गई।
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Innova कार और उसके ड्राइवर को तुरंत हिरासत में ले लिया गया।
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वाहन के कागज़ात, नंबर प्लेट और ड्राइवर की पहचान की जा रही है।
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CCTV फुटेज खंगाली जा रही है कि कहीं यह ब्रेक फेल का मामला था या नशे में गाड़ी चलाना।
पुलिस के अनुसार,
“हम दुर्घटना के कारणों की गहन जांच कर रहे हैं। यदि ड्राइवर दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ Motor Vehicle Act और CrPC की धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा।”
🏚️ कितना हुआ नुकसान?
क्रॉकरी का सारा स्टॉक टूट चुका है।
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प्लेट्स, ग्लास सेट, बर्तन, शोपीस — सब सड़क पर बिखर गए।
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कई महंगे सामान पूरी तरह चकनाचूर हो चुके हैं।
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कमल का अनुमान है कि 50,000 से अधिक का नुकसान हुआ है।
कमल ने कहा:
“मेले के लिए जितना माल तैयार किया था, सब बर्बाद हो गया। मैं अब अगला मेला कैसे जाऊंगा, समझ नहीं आ रहा।”
👨👩👧👦 परिवार की हालत
हादसे के समय दुकान के अंदर मौजूद थे:
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कमल
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उनकी पत्नी
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दो छोटे बच्चे
इनमें से किसी को शारीरिक चोट नहीं आई, लेकिन आत्मिक झटका ज़रूर लगा है।
बच्चे डर के मारे काफी देर तक चुपचाप बैठे रहे, और मां उन्हें सांत्वना देती रहीं।
📢 स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
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आसपास के दुकानदारों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा के उपायों की मांग की है।
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उड़मुड़ मोड़ पर अक्सर तेज रफ्तार गाड़ियां चलती हैं, और कोई स्पीड ब्रेकर या चेतावनी बोर्ड नहीं है।
स्थानीय निवासी अमरजीत सिंह बोले:
“यह पहली बार नहीं है, यहां कई बार वाहन फिसल चुके हैं। प्रशासन को स्पीड कंट्रोल के इंतज़ाम करने चाहिए।”
🚧 प्रशासन से मांग
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स्पीड ब्रेकर और साइनेज लगाए जाएं
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सड़क किनारे बनी दुकानों के लिए सुरक्षा बैरिकेडिंग हो
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तेज़ रफ्तार गाड़ियों पर डिजिटल स्पीड मॉनिटरिंग लगे
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ऐसे हादसों पर बीमा क्लेम की प्रक्रिया आसान हो
✅ निष्कर्ष (Conclusion)
यह हादसा एक बार फिर तेज़ रफ्तार और लापरवाही का नतीजा है।
अगर उस वक्त परिवार का कोई सदस्य दुकान के सामने होता, तो जान का बड़ा नुकसान हो सकता था।
कमल और उसका परिवार तो बच गया, लेकिन यह घटना सभी को चेतावनी देती है कि
सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना और जागरूक रहना आज ज़रूरी ही नहीं, अनिवार्य है।