
खालिस्तान रेफरेंडम अभियान चला रही संस्था सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कॉमेडियन कपिल शर्मा और उनके कनाडा के सरे में स्थित कैप्स कैफे को लेकर धमकी दी है। आतंकी पन्नू ने एक वीडियो संदेश जारी कर न केवल फायरिंग की घटना को संदिग्ध बताने का दावा किया है, बल्कि कपिल शर्मा को ‘हिंदुत्व निवेशक’ कहकर कनाडा से बाहर निकलने की धमकी दे दी है।
आतंकी पन्नू ने अपने वीडियो संदेश में कहा- कपिल शर्मा और बाकी मोदी-समर्थक निवेशकों को हम साफ संदेश देते हैं, यह देश (कनाडा) तुम्हारा खेल का मैदान नहीं है। अपना पैसा लेकर वापस हिंदुस्तान जाओ। कनाडा में हिंदुत्व की विचारधारा व्यापार की आड़ में नहीं फैलने दी जाएगी।
पन्नू ने फायरिंग के बहाने भारत के खिलाफ उगला जहर
पन्नू ने कपिल के कैफे पर हुई फायरिंग को लेकर कहा कि यह एक राजनीतिक विरोध था। हिंदुत्व के कनाडा में बढ़ते प्रभाव के खिलाफ चेतावनी है। जो कपिल शर्मा ‘मेरा भारत महान’ कहते हैं, वे मोदी के भारत में निवेश क्यों नहीं कर रहे? क्या कैप्स कैफे सिर्फ एक कॉमेडी कैफे है या हिंदुत्व का वैश्विक विस्तार करने की एक रणनीति का हिस्सा?
कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू?
गुरपतवंत सिंह पन्नू मूलरूप से पंजाब के खानकोट का रहने वाला है। वो फिलहाल अमेरिका में रहता है और सिख फॉर जस्टिस नाम का संगठन चलाता है। उसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों देशों की नागरिकता है।
भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत पन्नू के संगठन SFJ पर बैन लगाया था। सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा था।
पन्नू पर साल 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगा। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कथित साजिश का यही मुख्य टारगेट था। हालांकि FBI की चार्जशीट में इसका जिक्र नहीं है।