जननायक जनता पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर भाजपा की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का इतिहास हमेशा पीठ में छुरा घोंपने वाला रहा है, क्योंकि अपने मतलब के लिए भाजपा समय-समय पर देश के वरिष्ठ सम्मानित नेताओं का केवल इस्तेमाल करती आ रही है। दिग्विजय ने कहा कि उपराष्ट्रपति के पद से जगदीप धनखड़ का अचानक इस्तीफा देना भाजपा की मतलबी राजनीति का ताजा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जिस दिन जगदीप धनखड़ ने किसानों की मांगों को लेकर भरे मंच पर केंद्र सरकार के कृषि मंत्री से जवाब मांगा था, उसी दिन से ही भाजपा द्वारा जगदीप धनखड़ को परेशान किया जाने लगा, जो कि भाजपा की तानाशाही राजनीति को दर्शाता है।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इससे पहले भी भाजपा द्वारा देश के अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी परेशान किया गया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के खिलाफ भी समय-समय पर भाजपा ने कई षड्यंत्र रचे थे, लेकिन ओपी चौटाला की सूझबूझ के कारण भाजपा के षड्यंत्र सफल नहीं हुए। दिग्विजय ने कहा कि देश के कद्दावर नेता जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी भाजपा के खेल को समझ लिया था और उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले को लेकर भाजपा से जवाब मांगा था। दिग्विजय ने कहा कि भाजपा जनहित में सवाल-जवाब करने वाले नेताओं को अहमियत नहीं देती है, भाजपा झूठा गुणगान करने वालों को ही तरजीह देती है।
ऐसे नेता भाजपा की राजनीति में नहीं हैं फिट- दिग्विजय
जेजेपी युवा प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कहा कि किसान वर्ग से संबंध रखने वाले दोनों नेता सत्यपाल मलिक और जगदीप धनखड़ जब किसान, जवान के हक की बात करते है तो वह भाजपा की राजनीति में फिट नहीं बैठते। दोनों नेताओं के जनहित के सवाल भाजपा नेतृत्व को हज़म नहीं हुए। दिग्विजय ने कहा कि भाजपा ने केवल अपने फायदे के लिए ही दोनों नेताओं को पद दिए। दिग्विजय चौटाला ने दोनों वरिष्ठ नेताओं की तारीफ करते हुए कहा कि जगदीप धनखड़ और सत्यपाल मलिक ने भाजपा के आगे झुकने की बजाय जनहित के मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी और इस्तीफा देकर भाजपा की मतलबी राजनीति को उजागर किया। उन्होंने कहा कि गर्व की बात है कि दोनों नेताओं ने भाजपा को मुंह तोड जवाब दिया है।