Health Tips: हम जो खाना खाते हैं, उसकी पौष्टिकता (Nutrition) और स्वाद काफी हद तक इस बात पर भी निर्भर करता है कि हम उसे किस बर्तन में बना रहे हैं। भारतीय घरों में स्टील, लोहे, तांबे, पीतल और एल्युमिनियम के बर्तन आमतौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं। लेकिन सही बर्तन का चुनाव करने से खाना ज्यादा हेल्दी और स्वादिष्ट बन सकता है।
आजकल मार्केट में कई तरह के फैंसी किचन बर्तन मिलते हैं, लेकिन इनमें से हर बर्तन सेहत के लिए अच्छा हो, ये जरूरी नहीं है। इसलिए बर्तन चुनते समय सावधानी बरतना जरूरी है।
तांबे के बर्तन के फायदे
तांबा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है और पुराने जमाने में इसका खूब इस्तेमाल होता था।
- एंटीबैक्टीरियल गुण – तांबे में बैक्टीरिया को खत्म करने की क्षमता होती है, जिससे पेट की बीमारियों से बचाव होता है।
- हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मददगार – तांबा शरीर में आयरन की कमी को पूरा करता है और लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) के निर्माण में मदद करता है।
- डिटॉक्स में मददगार – तांबे के बर्तन में रखा पानी और खाना शरीर से टॉक्सिन निकालने में मदद करता है।
- हड्डियां मजबूत बनाता है – तांबे के बर्तन में बना खाना हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है।
- जल्दी पकता है खाना – तांबे के बर्तन में खाना जल्दी पकता है और जलने का खतरा भी कम रहता है।
- स्वादिष्ट बनाता है खाना – इसमें पकाया खाना स्वाद में भी बेहतर लगता है।
पीतल के बर्तन के फायदे
पीतल के बर्तन भी कई घरों में इस्तेमाल किए जाते हैं और ये भी सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं।
- खाना देर तक गर्म रहता है – पीतल के बर्तन में बनाया खाना देर तक गर्म रहता है।
- जिंक की मौजूदगी – पीतल में जिंक पाया जाता है, जो बालों और त्वचा के लिए अच्छा होता है।
- पाचन और इम्यूनिटी में मदद – पीतल के बर्तन में खाना बनाने से पाचन अच्छा रहता है और इम्यूनिटी भी बढ़ती है।
- पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं – इस बर्तन में पकाने से खाने के न्यूट्रिशन बरकरार रहते हैं।
पीतल के बर्तन इस्तेमाल करते समय बरतें ये सावधानियां
आयुर्वेद एक्सपर्ट्स का कहना है कि पीतल के बर्तन का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए। इसमें खट्टी चीजें या टमाटर वाली ग्रेवी नहीं पकानी चाहिए। खरीदते समय ध्यान रखें कि पीतल के बर्तन पर चांदी की हल्की परत (टिनिंग) हो, ताकि खाना सेहतमंद बना रहे।
तांबा बनाम पीतल – कौन सा है बेहतर?
दोनों ही बर्तनों के अपने-अपने फायदे हैं।
- तांबा – खाना जल्दी पकाता है, स्वादिष्ट बनाता है और पेट की दिक्कतों से राहत देता है।
- पीतल – न्यूट्रिशन को लंबे समय तक बरकरार रखता है और टिकाऊ भी होता है।
- ध्यान रखने वाली बात – दोनों ही बर्तनों में खट्टी चीजें नहीं पकानी चाहिए क्योंकि यह रिएक्शन कर सकते हैं।
- कीमत – तांबे के बर्तन आमतौर पर पीतल से महंगे होते हैं।
खाना लंबे समय तक गर्म रहे…
अगर आप खाना जल्दी पकाना चाहते हैं और स्वाद बेहतर करना चाहते हैं तो तांबा चुनें। अगर आप चाहते हैं कि खाना लंबे समय तक गर्म रहे और न्यूट्रिशन ज्यादा समय तक बना रहे तो पीतल चुन सकते हैं। जरूरत और बजट के हिसाब से इन दोनों में से सही चुनाव करें।