Karur Stampede: तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता और नेता विजय की राजनीतिक रैली के दौरान बड़ा हादसा हो गया। भीड़ में भगदड़ मचने से 39 लोगों की जान चली गई, जिनमें 8 बच्चे और 16 से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख, मुआवजे का ऐलान
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने घोषणा की कि मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। घायल लोगों को 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। स्टालिन ने तुरंत सचिवालय में राज्य के शीर्ष अधिकारियों की बैठक बुलाई और स्थिति की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने न्यायमूर्ति अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में एक जांच आयोग बनाने का ऐलान किया।
कैसे हुआ हादसा?
अधिकारियों के मुताबिक, भगदड़ शाम करीब 7:30 बजे मची। विजय अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। बड़ी संख्या में लोग दोपहर से ही मैदान में जमा थे। रैली में आए लोग लंबे समय तक इंतजार करते रहे और अचानक आगे बढ़ने की कोशिश में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कई लोग बेहोश होकर गिर पड़े, और स्थिति बेकाबू हो गई। जब यह अफरा-तफरी मची तो विजय ने तुरंत अपनी रैली रोक दी।
शिक्षा मंत्री ने कहा..
करूर अस्पताल पहुंचे शिक्षा मंत्री अंबिल महेश अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाए और रो पड़े। उन्होंने कहा “लोगों को बार-बार कहा गया था कि सुरक्षा नियमों का पालन करें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब भविष्य में ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए।”
बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट से मांगी सुनवाई
तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन ने कहा कि उन्होंने मृतकों के परिवारों और घायलों से मुलाकात की है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की समिति पर भरोसा नहीं किया जा सकता और इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की बेंच को तुरंत करनी चाहिए।
पीड़ितों से मिले उपमुख्यमंत्री
तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन भी अस्पताल और शवगृह पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी।
शव सौंपे गए परिजनों को
जिन लोगों ने इस हादसे में अपनी जान गंवाई, उनके शवों का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद उन्हें परिवारों को सौंप दिया गया।