(चाइल्ड स्पेशलिस्ट) के अनुसार, बच्चों के कान या नाक में तेल डालना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। बहुत से लोग सोचते हैं कि सरसों या नारियल तेल डालने से नाक और कान साफ रहते हैं, लेकिन यह आदत बच्चों के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
तेल डालने से न सिर्फ इंफेक्शन (संक्रमण) का खतरा बढ़ता है, बल्कि कान का पर्दा खराब होने या फेफड़ों में तेल जाने से निमोनिया जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। इसलिए बच्चों के कान और नाक में कभी भी तेल नहीं डालना चाहिए।
कान में तेल डालने के नुकसान
1. संक्रमण का खतरा
अगर तेल शुद्ध या साफ नहीं है, तो उसमें मौजूद गंदगी और बैक्टीरिया कान के अंदर संक्रमण कर सकते हैं। इससे बच्चे को दर्द, सूजन या पस जैसी समस्या हो सकती है।
2. कान का बंद होना
अक्सर लोग ज्यादा तेल डाल देते हैं। इससे कान की नली में तेल जम जाता है और कान बंद हो जाता है। इसके कारण सुनने में दिक्कत आ सकती है या बच्चे को कान में भारीपन महसूस हो सकता है।
3. जलन या एलर्जी
कुछ बच्चों की त्वचा बहुत संवेदनशील होती है। ऐसे में तेल डालने से जलन, खुजली या लालपन हो सकता है। कई बार यह एलर्जी का रूप भी ले लेता है।
4. कान का पर्दा फटना या नुकसान होना
अगर बच्चे के कान में पहले से इंफेक्शन, घाव या चोट है और उस पर तेल डाल दिया जाए, तो कान का पर्दा खराब हो सकता है। इससे सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है।
नाक में तेल डालने के नुकसान
1. नाक के अंदर जलन
नाक की अंदरूनी त्वचा बहुत नाजुक होती है। कुछ तेलों से नाक के अंदर जलन, खुजली या जलन की भावना हो सकती है।
2. एलर्जी और सूजन
कई बार तेल डालने से नाक में सूजन या एलर्जी हो जाती है। इससे नाक से पानी आना, छींक आना या नाक बंद होना जैसी परेशानी हो सकती है।
3. सांस लेने में दिक्कत
अगर तेल की मात्रा ज्यादा हो जाए, तो नाक के रास्ते बंद हो सकते हैं, जिससे बच्चे को सांस लेने में मुश्किल होने लगती है। छोटे बच्चों में यह स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।
4. फेफड़ों में तेल पहुंचना
अगर तेल नाक से नीचे की ओर चला जाए, तो यह फेफड़ों तक पहुंच सकता है। इससे फेफड़ों में इंफेक्शन या निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है, खासकर जब बच्चा गलती से तेल निगल ले।
क्या करें अगर बच्चे के कान या नाक में कोई समस्या हो?
- खुद से घरेलू नुस्खे न अपनाएं।
- बच्चे को तुरंत ईएनटी या बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाएं।
- डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा, ड्रॉप्स या तेल न डालें।