
कैंपस प्लेसमेंट में हासिल की मैनेजमेंट कंसल्टेंट की नौकरी
आईआईटी, दिल्ली से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने वाली प्राची ने कैंपस प्लेसमेंट के जरिए मुंबई में मैनेजमेंट कंसल्टेंट की नौकरी हासिल की, जहां उन्हें 27 लाख रुपये का सालाना पैकेज मिला। लेकिन उनके दिल में कुछ और ही सपना पल रहा था।
पिछले साल भी मनवाया था लोहा
पिछले वर्ष भारतीय वन सेवा में 16वां रैंक हासिल कर उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इस बार 172वीं रैंक के साथ आईपीएस में चयनित होकर प्राची ने एक बार फिर साबित किया कि दृढ़ संकल्प के आगे कोई बाधा टिक नहीं सकती। मां की प्रेरणा, परिवार का सहयोग प्राची की मां डॉ. साधना अग्रवाल दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल हैं। वह उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा रही हैं।
मां को बताया प्रेरणा
‘पैसा ही सबकुछ नहीं, समाज सेवा है असली मकसद’
प्राची का मानना है कि बैंक में पड़े पैसे से सच्ची खुशी नहीं मिलती। वह चाहती थीं कि उनकी मेहनत और नौकरी समाज के लिए मायने रखे। उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसी जिंदगी चाहिए थी, जहां मैं हर दिन यह महसूस कर सकूं कि मैंने किसी के लिए कुछ अच्छा किया।’ उनकी इस सोच ने उन्हें लाखों की नौकरी छोड़कर सिविल सेवा की कठिन राह पर चलने की हिम्मत दी।
सपनों को सच करने की मिसाल
प्राची गुप्ता की कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को सच करने की हिम्मत रखता है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल परिवार का सिर गर्व से ऊंचा किया, बल्कि यह भी दिखाया कि सच्ची सफलता वही है, जो समाज के लिए समर्पित हो। प्राची अब आईपीएस अधिकारी के रूप में देश सेवा की नई पारी शुरू करने को तैयार हैं और जल्द ही ट्रेनिंग के लिए लबसाना जाएंगी।