
अक्षय तृतीया पर मंदिर के समय में हुआ बदलाव
अक्षय तृतीया पर आराध्य बांकेबिहारी के चरण दर्शन को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, तो आराध्य ने भी तय समय से करीब एक घंटा 45 मिनट पहले ही दर्शन दिए। सुबह छह बजे मंदिर के पट जल्द खुले तो भक्तों का भी सहूलियत मिली। मंदिर खुलने के समय तक हजारों भक्त दर्शन करके मंदिर से निकल चुके थे।
भक्तों की भीड़ से खचाखचे भरा मंदिर परिसर
भक्तों की भीड़ से खचाखच भरे परिसर में जितनी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे, उससे कई गुना अधिक श्रद्धालु मंदिर के बाहर आराध्य की दिव्य झांकी के दर्शन को उतावले हो रहे थे। प्रशासनिक व्यवस्था भी पूरी तरह मजबूत नजर आई। विद्यापीठ और जुगलघाट से कतारबद्ध होकर श्रद्धालु रेलिंग के अंदर से ही मंदिर तक पहुंच रहे थे।
कारपेट से गुजर रहे श्रद्धालु
गर्मी के दिनों में गर्म धरती पर नंगे पैर चलने में श्रद्धालुओं की दिक्कत को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर आने वाले रास्तों पर कारपेट बिछाकर जगह जगह पंखा, कूलर लगाए हैं। ताकि श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े।